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दिल से दिल तक / देवी नांगरानी
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दिल से दिल तक
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रचनाकार | देवी नांगरानी |
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प्रकाशक | |
वर्ष | 2008 |
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विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- मेरी नब्ज़ छू के सुकून दे / देवी नांगरानी
- परदेसी है वो कोई भटकता है / देवी नांगरानी
- दहशत फैली सड़कों पर / देवी नांगरानी
- नज़र आ रहा है धुआँ ही धुआँ / देवी नांगरानी
- नाज़ो-अदा वो अपनी कैसी दिखा रहा है / देवी नांगरानी
- दिल से दिल तक जुड़ी हुई है ग़ज़ल / देवी नांगरानी
- गिरा हूँ मुंह के बल, ज़ख़्मी हुआ हूँ / देवी नांगरानी
- सदा धूप में साया बनकर चली है / देवी नांगरानी
- बादे-बहार आई, ख़ुशबू-ख़ुमार लाई / देवी नांगरानी
- सीप में मोती पलते हैं / देवी नांगरानी
- अंधेरी डगर, हादसे चल रहे हैं / देवी नांगरानी
- तपती दोपहरी में हरदम छांव चाहे मेरा मन / देवी नांगरानी
- ज़िन्दगी जंग छोटी-सी तो नहीं / देवी नांगरानी
- प्यार की यादगार ताजमहल / देवी नांगरानी
- दर्द नहीं दामन में जिनके / देवी नांगरानी
- ख़ाक हज़ारों बार हुए हो / देवी नांगरानी
- सादगी उसकी इस कदर भाई / देवी नांगरानी
- ये कौन आ गया यहाँ / देवी नांगरानी
- मर गई आस फिर भी ज़िन्दा हूँ / देवी नांगरानी
- बंद पलकों में मेरी सजा रे / देवी नांगरानी
- वो जो उम्र थी यूँ ही ढल गई / देवी नांगरानी
- कुछ न कह कर भी सब कहा मुझसे / देवी नांगरानी
- फकत हूँ देखता पीता कहाँ हूँ / देवी नांगरानी
- याद की डोली उठी थी हर पहर / देवी नांगरानी
- आओ हम तुम ऐसी नगरी में / देवी नांगरानी
- मेरा ईमान सोया है जगा दो / देवी नांगरानी
- कोई आग दिल में लगा गया / देवी नांगरानी
- दाँव पर अपने ही दिल को / देवी नांगरानी
- साथ तन्हाइयों के रहते हैं / देवी नांगरानी
- जान पहचान के वे लोग कहाँ / देवी नांगरानी
- तवील जितना सफर ग़ज़ल का / देवी नांगरानी
- घर से तन्हा जो आप निकलेंगे / देवी नांगरानी
- कहीं कूडे करकट में झूठन है डाली / देवी नांगरानी
- सोच के अंकुर उगेंगे फिर नये / देवी नांगरानी
- सच कहाँ वो बोलता है / देवी नांगरानी
- आदमी को कहाँ ख़ुद की पहचान है / देवी नांगरानी
- बैल कोल्हू का बनता रहा है बशर / देवी नांगरानी
- पुरानी सदी की हूँ मैं इक कहानी / देवी नांगरानी
- ढ़ूँढ़े मिलता नहीं मंज़िलों का निशां / देवी नांगरानी
- अपनी पहचान पा गयी, यारो / देवी नांगरानी
- बढ़ रही हैं चोंचलों की आजकल / देवी नांगरानी
- ख़ामशी में जो अश्क पले / देवी नांगरानी
- दिल न माने कभी तो क्या कीजे / देवी नांगरानी
- हमने पाया तो बहुत कम है / देवी नांगरानी
- ये है पहचान, एक औरत की / देवी नांगरानी
- ख़ुदा तू है कहाँ ये ज़िक्र ही सबकी / देवी नांगरानी
- उजड़ा हुआ है मेरा चमन / देवी नांगरानी
- आमद आमद हुई घटाओं की / देवी नांगरानी
- किसी को किसी से शिकायत न होती / देवी नांगरानी
- गहराइयों में दिल की दुनिया नई बसी है / देवी नांगरानी
- पामाल हो गए सब अरमान कुछ किये बिन / देवी नांगरानी
- कई साज़ों से हमने आज महफल / देवी नांगरानी
- बस्तियाँ भी परेशाँ-सी रहती वहाँ / देवी नांगरानी
- मौन भाषा को हमारी तर्जुमानी दे गया / देवी नांगरानी
- मैं तो साहिल पे आकर रहा ढूँढता / देवी नांगरानी
- मन ही बड़ा अपना दुश्मन है / देवी नांगरानी
- मैं ख़ुशी से रही बेख़बर / देवी नांगरानी
- मुझे दे पाक दिल मौला / देवी नांगरानी
- हो जो तौफीक तो ज़रा देखो / देवी नांगरानी
- तेरी रहमतों की ख़बर नहीं / देवी नांगरानी
- चमन में ख़ुद को ख़ारों से बचाना / देवी नांगरानी
- है जाना पहचाना-सा वो शीशा / देवी नांगरानी
- तैश में जो वो आ गया होगा / देवी नांगरानी
- सच की दौलत जो तुम कमाओगे / देवी नांगरानी
- घर में वो जब आया होगा / देवी नांगरानी
- वैसे तो अपने बीच नहीं है / देवी नांगरानी
- वो दिल ही क्या धड़के न कभी / देवी नांगरानी
- कहाँ हार कर जा रहा है / देवी नांगरानी
- ख़्वाबों को सज़ा दी जाती है / देवी नांगरानी
- झूठ के साथ सच ये कैसे हैं / देवी नांगरानी
- गुलशनों पर शबाब है उसका / देवी नांगरानी
- उम्र बहुत अब जी ली जी ली / देवी नांगरानी
- ख़ुद ही ख़ुद से मात खाती आ रही है / देवी नांगरानी
- शोर दिल में न यूँ मचा होगा / देवी नांगरानी
- वो मासूम ख़्वाहिश भी है याद मुझको / देवी नांगरानी
- कहते हैं रूह जिसको पलकर / देवी नांगरानी
- कब, कहाँ लेकर उड़ी है बारहा / देवी नांगरानी
- तारे गिन गिन के शब परेशां है / देवी नांगरानी
- चमन में भी रहूँ तो क्या / देवी नांगरानी
- जो कुद्रत की इस पर इनायत न होती / देवी नांगरानी
- लोग कहते हैं मैं भी कैसी हूँ / देवी नांगरानी
- तुझसे ऐ दिल, न मैं ख़फा होता / देवी नांगरानी
- यह बेरुख़ी का सिलसिला, अच्छा लगा / देवी नांगरानी
- मुहब्बत की राहों में दुनियां खड़ी है / देवी नांगरानी
- मुझको पागल बना रहे हो तुम / देवी नांगरानी
- अनबन ईंटों में कुछ हुई होगी / देवी नांगरानी
- मुहब्बत की यही तस्वीर किस्मत ने दिखाई है / देवी नांगरानी
- शीशे के मेरे घर के हैं दीवारे-दर सभी / देवी नांगरानी
- बिलोड़ा सोच का सागर / देवी नांगरानी
- उम्र भर की सज़ा बन गई ज़िन्दगी / देवी नांगरानी
- जख़्म दिल का है हर इक हरा आजकल / देवी नांगरानी
- आये हो तुम यहाँ क्यों हाथों में लेके पत्थर / देवी नांगरानी
- ढब हैं अब तो ये मालदारों के / देवी नांगरानी
- ज़िन्दगी के चन्द लम्हे मैं चुरा कर आई हूँ / देवी नांगरानी
- आँसुओं की कहकशां पर / देवी नांगरानी
- इल्म के नाम पर मैं धब्बा हूँ / देवी नांगरानी
- जीवन का है अर्थ अनोखा / देवी नांगरानी
- आईने पे पड़ी जो नज़र, हम तो रो पड़े / देवी नांगरानी
- तुमको बसा लूँ दिल में / देवी नांगरानी
- आलम में गूँजता हुआ तेरा ही नाम है / देवी नांगरानी
- मन को भाती थीं जो सावन की / देवी नांगरानी
- रहे जो ज़िन्दगी भर साथ ऐसा / देवी नांगरानी
- सफर सूए-मंज़िल चला रफ्ता-रफ्ता / देवी नांगरानी
- मात खाकर ज़िन्दगी होगी बसर / देवी नांगरानी
- उसी से रूबरू मैं हो रहा हूँ / देवी नांगरानी
- अब कहाँ ईमान का कुछ दाम है / देवी नांगरानी
- कोई भी सूरत नहीं उनको / देवी नांगरानी
- है कशिश कितनी आबो दानों में / देवी नांगरानी
- न जाने रोज़ कितनी बेबसी बर्दाश्त / देवी नांगरानी
- हादसों के हैं मुकाबिल हौसले / देवी नांगरानी
- तमन्ना ख़ाक होकर जब उड़ेगी / देवी नांगरानी
- बिछड़े हैं उन्हें ढूंढें कैसे / देवी नांगरानी
- दिल जलाने की दिल दुखाने की / देवी नांगरानी
- न करना सोग या मातम / देवी नांगरानी
- मेरे वतन की ऐ हवा, आएगी / देवी नांगरानी