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मुझे मौसम बदलना है / उर्मिल सत्यभूषण
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मुझे मौसम बदलना है
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रचनाकार | उर्मिल सत्यभूषण |
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इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- हुआ आस का आगमन धीरे-धीरे / उर्मिल सत्यभूषण
- गाते रहे हम भजन जिंदगी के / उर्मिल सत्यभूषण
- सांबली स्वर्णिम घटाओं से घिरी है शाम / उर्मिल सत्यभूषण
- मेरी उंगली को पकड़ ठंडी हवा / उर्मिल सत्यभूषण
- पल पल, छिन छिन उड़ता रहता मन चंचल / उर्मिल सत्यभूषण
- कुछ स्वर्णिम लम्हें पाये हैं / उर्मिल सत्यभूषण
- हमने कही तुमने सुनी / उर्मिल सत्यभूषण
- पी पी रटन लगा रखी है / उर्मिल सत्यभूषण
- दर्पण चेहरों ने घेरा है / उर्मिल सत्यभूषण
- हमारे ख़त ये पढ़ना दोस्तो / उर्मिल सत्यभूषण
- उठ जाते गिर गिर कर लोग / उर्मिल सत्यभूषण
- ज़हर तो पिया हमने / उर्मिल सत्यभूषण
- मिरे शब्दों के लोहे को, अभी खं़जर में ढलना है / उर्मिल सत्यभूषण
- साल का अन्तिम चरण है, अलविदा दो / उर्मिल सत्यभूषण
- दर्द दिल में दीप सा जलता रहेगा / उर्मिल सत्यभूषण
- मैं किसी पावन चरण की धूल होना चाहती थी / उर्मिल सत्यभूषण
- तू कहाँ था, कहाँ था, कहाँ था पिया / उर्मिल सत्यभूषण
- क्या कभी बेकार जाता है शहीदों का लहू / उर्मिल सत्यभूषण
- ऐ समय! शायरों को तू दे रोशनी / उर्मिल सत्यभूषण
- हाथों में यें तो उम्र के प्याला बक़ा का था / उर्मिल सत्यभूषण
- हम न होंगे प्यास का इक सिलसिला रह जायेगा / उर्मिल सत्यभूषण
- आंगन बदबूदार हुआ है / उर्मिल सत्यभूषण
- जब हाथों में जाम आया है / उर्मिल सत्यभूषण
- गीतों को सुनते-सुनते बदमस्त हो गया / उर्मिल सत्यभूषण
- आँख में झलका सितारा, क्या कहूँ कैसे कहूँ / उर्मिल सत्यभूषण
- आज गगन पर छाये मेघा / उर्मिल सत्यभूषण
- लौट कर कोई न आया आज तक / उर्मिल सत्यभूषण
- क्या सुनायें वही कहानी है / उर्मिल सत्यभूषण
- फिर नशे में डूब जाना चाहते हैं / उर्मिल सत्यभूषण
- मीत मेरे यूं दुःखी मत होइये / उर्मिल सत्यभूषण
- आस्थाओं! न तुम डगमगाना कहीं / उर्मिल सत्यभूषण
- सोच की दहलीज़ पर सूरज मचलता जायेगा / उर्मिल सत्यभूषण
- ये जो अपनी जुबां पे ताले हैं / उर्मिल सत्यभूषण
- वो जो लाया उज़ाले नगर के लिये / उर्मिल सत्यभूषण
- गा रहीं समवेत स्वर में आज सारी तूतियाँ / उर्मिल सत्यभूषण
- हादसों ने बहुत कुछ है सिखला दिया / उर्मिल सत्यभूषण
- विष भरे अजदहे को जरा रोकिये, वर्ना सारी जमीं को निगल जायेगा / उर्मिल सत्यभूषण
- जहाँ जहाँ पे अंधेरे अंकित, हम अक्षरों के दीये जलायें / उर्मिल सत्यभूषण
- मंज़िलों पर मंज़िलें, ऊँचे मकाँ हैं, देखिये / उर्मिल सत्यभूषण
- मैं धरा पर प्यार के कुछ बीज बोना चाहती हूँ / उर्मिल सत्यभूषण
- बही जा रही है समय की नदी यह / उर्मिल सत्यभूषण
- सपना तब पूरा होता है / उर्मिल सत्यभूषण
- सत्य नहीं होता है फिर भी सपना अच्छा लगता है / उर्मिल सत्यभूषण
- हम धरा पर राशेनी की नींव डालेंगे ज़रा / उर्मिल सत्यभूषण
- दम घुटा जाता है जहरीली हवाएं हो गईं / उर्मिल सत्यभूषण
- राह पर पत्थर बिछाए जा रहे हैं / उर्मिल सत्यभूषण
- चुपके चुपके आज हमने उनको सिजदा कर दिया / उर्मिल सत्यभूषण
- मैं धुएं सी एक दिन आकाश में खो जाऊँगी / उर्मिल सत्यभूषण
- बहुत बीमार युग बेचैन इसकी ज़िंदगी है / उर्मिल सत्यभूषण
- हर तरफ घेरा बढ़ाती, जी हुजूरों की कतार / उर्मिल सत्यभूषण
- यूं तो आई जिं़दगी में हर खुशी / उर्मिल सत्यभूषण
- क्यों भला ऊँची उड़ानों की ये ख़्वाहिश की गई / उर्मिल सत्यभूषण
- ज्योति का परचम उठाओ, हम तुम्हारे साथ हैं / उर्मिल सत्यभूषण
- मौन हैं सारी दिशायें बोलता कोई नहीं / उर्मिल सत्यभूषण
- मुस्कुराता बाग़ क्यों मुर्झा गया / उर्मिल सत्यभूषण
- आज मिलकर गीत गाओ, ईद है / उर्मिल सत्यभूषण
- बाहर की चमक देखी है अंदर नहीं देखा / उर्मिल सत्यभूषण
- इन्सान पे गुज़री है जो सब तुझको ख़बर है / उर्मिल सत्यभूषण
- रंगीं नजरों का नगर / उर्मिल सत्यभूषण
- शहर की सड़कों के गहने, गुलमोहर / उर्मिल सत्यभूषण
- दिये ही दिये उम्र भर हैं जलाए / उर्मिल सत्यभूषण
- मैंने अपनी ज़िन्दगी, कर दी तुम्हारे नाम, सब / उर्मिल सत्यभूषण
- भरा था चाहतों का आँख में आकाश कितना / उर्मिल सत्यभूषण
- नियति की छलना पे रोये बहुत / उर्मिल सत्यभूषण
- पूछो मुझसे क्या-क्या देखा उस डॉलर के देश में / उर्मिल सत्यभूषण
- बंद वायुयान की खिड़कियाँ अच्छी लगीं / उर्मिल सत्यभूषण
- किसी की आँख का आंसू हमारी आंख में आया / उर्मिल सत्यभूषण
- जिस तरह से हो सके इस जिं़दगी को ढाल लो / उर्मिल सत्यभूषण
- खिलते रहे गुलाब ये हम खाद बन चले / उर्मिल सत्यभूषण
- शीशों के घरों वाले पत्थर क्यों उठाये हैं / उर्मिल सत्यभूषण
- मौसम पे दोष डालकर निर्दोष हो गये / उर्मिल सत्यभूषण
- लेखकों के हाथ का हथियार है कलम / उर्मिल सत्यभूषण
- ये बेमानी नहीं इन चुप्पियों का राज है कुछ तो / उर्मिल सत्यभूषण
- सभ्यता की चीख से इतिहास कांपा, डर गया / उर्मिल सत्यभूषण
- घर बाहर डोल गई फागुन की हवायें / उर्मिल सत्यभूषण
- कि रस्ते ये तुमने खुद ही चुने थे / उर्मिल सत्यभूषण
- जिं़दगी के दीप क्यों बुझा रही हैं लड़कियाँ / उर्मिल सत्यभूषण
- नाम पर विकास के चल रही दुधारियाँ / उर्मिल सत्यभूषण
- इस भयानक दौर में जीना बड़ा मुश्किल / उर्मिल सत्यभूषण
- खिड़कियाँ खोलो, हवा को आने दो / उर्मिल सत्यभूषण
- अनकहा, कहा न जाये / उर्मिल सत्यभूषण
- अग्निपथ को चुनना होगा / उर्मिल सत्यभूषण
- नेमते कितनी है तूने मुझको बख्शीं / उर्मिल सत्यभूषण
- पास होकर भी तुम से बहुत दूर हूँ / उर्मिल सत्यभूषण
- फिर समय के कृष्ण ने गीता सुनाइ्र है / उर्मिल सत्यभूषण
- रथवान ग़र है साथ तो, रथ का भी मान है / उर्मिल सत्यभूषण
- चेतना अब जगी है सुलाना नहीं / उर्मिल सत्यभूषण
- ये कुहरीली सुबह-शामें ये काली, लंबी यख राते / उर्मिल सत्यभूषण
- तू मेरा दास्त है जंजीर न बन / उर्मिल सत्यभूषण
- कौन यह पर्दानशीन आ गया इस कक्ष में / उर्मिल सत्यभूषण
- देखो, दिल के टुकड़े टुकड़े / उर्मिल सत्यभूषण
- बिन आँचल वो खड़ी बेज़ार / उर्मिल सत्यभूषण
- शाम होते ही उतरते पार्क में बच्चे / उर्मिल सत्यभूषण
- ग़ज़लों का जाम! मेरे इश्क के नाम / उर्मिल सत्यभूषण
- यूं बीच राह छोड़कर तुम किधर गये / उर्मिल सत्यभूषण
- उनके बगैर जिं़दगी अपंग रह गई / उर्मिल सत्यभूषण
- लौटी है फिर बहारें बहारों का क्या करूँ / उर्मिल सत्यभूषण
- रातों को मुझको जगाता है कौन / उर्मिल सत्यभूषण
- जन्मों जन्मों के ये कर्ज़ हमारे हैं / उर्मिल सत्यभूषण
- सांस घुटती है कुछ तो फिज़ाओं में है / उर्मिल सत्यभूषण
- जंग की बातें बहुत की, प्यार की बातें करें / उर्मिल सत्यभूषण
- नगर यह तो कुहरे में डूबा हुआ है / उर्मिल सत्यभूषण
- ‘जिओ और जीने दो’ जब यह सब का नारा होगा / उर्मिल सत्यभूषण
- आँखों के सपने को मरने न देना / उर्मिल सत्यभूषण
- मेरा चिराग जला दिया / उर्मिल सत्यभूषण