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आस किरन / रंजना वर्मा
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आस किरन
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रचनाकार | रंजना वर्मा |
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इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- हे हंसवाहिनी स्वागत करूँ तुम्हारा / रंजना वर्मा
- साथ जब से नहीं सबेरा है / रंजना वर्मा
- किरणों के पथ पर दीपक रजनी भर चला किये / रंजना वर्मा
- जब भी भोर खिली फूलों पर बिखरी शबनम होती है / रंजना वर्मा
- अश्रु बिंदु उमड़े जो पल-पल आँखों में अंजन बन जाये / रंजना वर्मा
- करनी है नीलम जिंदगी / रंजना वर्मा
- अँधियारे में आकर राधा रो गयी / रंजना वर्मा
- लड़ने को घोर तिमिर से माटी का जल रहा दिया / रंजना वर्मा
- सूरज है नाराज अँधेरा तारी है / रंजना वर्मा
- आज कुहरों में छिपी विश्वास की गंगा / रंजना वर्मा
- छलछलाती इक नदी-सी जिंदगी / रंजना वर्मा
- एक सपना नयन में झलका अँधेरा छंट गया / रंजना वर्मा
- अंक आकाश में सो रही चाँदनी / रंजना वर्मा
- जो सच बोलता है ग़लत बोलता है / रंजना वर्मा
- चाहे जितनी तुम लकीरें खींच लो नभ अंक पर / रंजना वर्मा
- दर्द उसने बहुत सहा होगा / रंजना वर्मा
- चाँदनी है दूध की धारा / रंजना वर्मा
- हो चुकी धूमिल निशा पर रात का आयात बाक़ी / रंजना वर्मा
- दर्द सीने में छिपाकर मुस्कुराना जानते हैं / रंजना वर्मा
- दर्द चुभा आँसू आँखों में घुल सपने सुकुमार बन गये / रंजना वर्मा
- तू न मुझसे प्यार कर मैं प्यार के क़ाबिल नहीं / रंजना वर्मा
- मावस की अँधेरी रातों में नन्हा-सा सितारा काफ़ी है / रंजना वर्मा
- वो अकेला ही रह गया होगा / रंजना वर्मा
- साथी जिसे बनाया हमने राहों पर आने से पहले / रंजना वर्मा
- क्यों लगता है जैसे तुमने दीप जलाये प्यार के / रंजना वर्मा
- बहुत दिनों का गया अपने गाँव में आ जा / रंजना वर्मा
- याद तुम्हारी साथ हमारे फिर हो क्योंकर ग़म साथी / रंजना वर्मा
- एक घूँट बनकर अमृत की चली जगत की प्यास बुझाने / रंजना वर्मा
- बरस के बाद बरसने यहाँ आयी है घटा / रंजना वर्मा
- यह अपनापन है मेरे किस काम का / रंजना वर्मा
- इतने बंधे बन्धनों में बन्धन सारे स्वच्छंद हो गये / रंजना वर्मा
- जो बीता वह कल मत माँगो / रंजना वर्मा
- मिली जगह जो उनके मन में तो हम सबयँ कृतार्थ हो गये / रंजना वर्मा
- हृदय पवन बहता ही जाये इसे भला कोई क्या जाने / रंजना वर्मा
- कितना सहन करूँ मैं मुझको इतनी पीर मिली / रंजना वर्मा
- जहाँ जहाँ आभास मिलेगा हमें तुम्हारे होने का / रंजना वर्मा
- बात सच ही किसी ने कही है / रंजना वर्मा
- झिलमिल करती मन में नन्हीं अनुराग कनी / रंजना वर्मा
- हो गयीं राहें अकेली आज रूठा हमसफ़र है / रंजना वर्मा
- लो देखो आ गया महँगाइयों कि आड़ का मौसम / रंजना वर्मा
- कैसा अजीब देखो चक्कर ये चल रहा है / रंजना वर्मा
- प्रदूषण की बहती लहर काटना है / रंजना वर्मा
- आ जाओ तुम्हारे बिन संसार अधूरा है / रंजना वर्मा
- सर्प-सा शत्रु पाला नहीं था / रंजना वर्मा
- करता वह अब हर दिन एक बहाना है / रंजना वर्मा
- दृष्टि जब तुम पर पड़ी है / रंजना वर्मा
- भावनाओं पर लगा पहरा हुआ / रंजना वर्मा
- मनुज उम्मीद की कलियाँ खिलाना भूल जाता है / रंजना वर्मा
- अगर साँवरे ने बुलाया न होता / रंजना वर्मा
- हवा जब उपवनों के पास जाती है / रंजना वर्मा
- अगर है नींव ही कच्ची हमारे आशियाने की / रंजना वर्मा
- छुपा के पीर गया और मुस्कुरा भी गया / रंजना वर्मा
- तुम्हारे लिये प्यार के ये नज़ारे / रंजना वर्मा
- इस तरह तुम न आंसू बहाया करो / रंजना वर्मा
- यहाँ ये हादसा अक्सर न होगा / रंजना वर्मा
- जब भी बच्चा जवान होता है / रंजना वर्मा
- आपकी नज़रों में दिल है खो गया / रंजना वर्मा
- मौत से मात सदा ज़िन्दगी ने खायी है / रंजना वर्मा
- पुकारते तुमको भक्त सारे / रंजना वर्मा
- हादसा ये भी किसी रोज़ सुनायी देगा / रंजना वर्मा
- भोर होती है उनकी सुनहरी नहीं / रंजना वर्मा
- आपसे नहीं हमको खुद से ही शिकायत है / रंजना वर्मा
- कभी भी झूठ हिंसा को नहीं स्वीकार कर लेना / रंजना वर्मा
- दर्दे दिल को दवा कहे कोई / रंजना वर्मा
- जुटीं जब महफिलें तेरा भी तो चर्चा हुआ होगा / रंजना वर्मा
- वह गया देश का प्रेम मन में जगा / रंजना वर्मा
- जमाने से रिश्ता निभाना न आया / रंजना वर्मा
- जो घिरते मेघ तो बरसात होती / रंजना वर्मा
- लेते रहो राम का नाम / रंजना वर्मा
- आवत मोहन वेणु बजावत / रंजना वर्मा
- टूट गयी है कुटिया मेरी जग जिसको बेकार कहे / रंजना वर्मा
- आज दिखती है मेरे यार की सूरत कैसी / रंजना वर्मा
- सकल संताप हरने को कन्हैया तुम चले आओ / रंजना वर्मा
- हैं निगाहों में नज़ारे श्याम के / रंजना वर्मा
- इक ख़्वाब-सा वह दिल में उतरता दिखाई दे / रंजना वर्मा
- रुक न जाना हार पर तुम / रंजना वर्मा
- जब जब मनमोहन का रूप निहारा है / रंजना वर्मा
- बात है दिल की न कहता आदमी / रंजना वर्मा
- हम नाम तेरा लेकर दुनियाँ को भुलायेंगे / रंजना वर्मा
- मेरी नींद कोई चुरा ले गया / रंजना वर्मा
- कभी खुशी का यूँ ही इंतज़ार मत करना / रंजना वर्मा
- जब मिले तुम मुझे ज़िन्दगी मिल गयी / रंजना वर्मा
- दिल अंधेरों के हैं हिल गये / रंजना वर्मा
- न लौटती कभी गुजर गयी छटा बहार की / रंजना वर्मा
- थी जीवन की कश्ती समय के सहारे / रंजना वर्मा
- न संतुष्ट होता मिली जो खुशी में / रंजना वर्मा
- बात जब मन को छू गयी होगी / रंजना वर्मा
- दर्द यूँ ही सहा नहीं करता / रंजना वर्मा
- चले हम उम्र भर लेकिन अभी भी दूर मंज़िल है / रंजना वर्मा
- कोई उम्मीद तो हो दिल को मनाने के लिये / रंजना वर्मा
- याद दिला में हमारी बसा लीजिये / रंजना वर्मा
- पिया तेरे बिना कैसे जिया जाये / रंजना वर्मा
- इस ओर कभी तुम भी नज़रें तो उठा देखो / रंजना वर्मा
- वादे किये जो जिसको निभाने नहीं होते / रंजना वर्मा
- न यों दूर रहकर सताया करो / रंजना वर्मा
- समय कष्ट में यदि गुजारा न होता / रंजना वर्मा
- सच कहूँ संसार में तुझ-सा कोई दाता नहीं / रंजना वर्मा
- ज़माने में कोई अपना नहीं है / रंजना वर्मा
- अजब संसार है हर बात जैसे इक कहानी है / रंजना वर्मा
- किया जो प्यार मिटा करवटें बदलते हुए / रंजना वर्मा
- भला अभी भी हुआ नहीं है / रंजना वर्मा
- कर लें अम्बे माँ के फेरे / रंजना वर्मा
- समय दर्द से जब रिहाई न दे / रंजना वर्मा
- चरण गहूँ माँ बारम्बार / रंजना वर्मा
- तू न ग़र साथ रहेगा तो किधर जाऊँगा / रंजना वर्मा
- इश्क़ का अब है इरादा कर लिया / रंजना वर्मा
- नहीं दर्द कोई यहाँ चाहता है / रंजना वर्मा
- श्याम हरि को है रिझाना आ गया / रंजना वर्मा