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देखें (पिछले 250 | अगले 250) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- केसरि से बरन सुबरन / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सौंह कियें ढरकौहे से नैन / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बिरहानल दाह दहै तन ताप / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जानत नहिं लगि मैं / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नील पर कटि तट / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कबित्त (कवित्त) / इब्ने इंशा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- लाजनि लपेटि चितवनि / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- छवि को सदन मोद मंडित / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वहै मुसक्यानि / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जासों प्रीति ताहि निठुराई / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भए अति निठुर / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हो झालौ दे छे रसिया नागर पनाँ / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- उड़ि गुलाल घूँघर भई / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रतनारी हो थारी आँखड़ियाँ / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मैं अपनौ मनभावन लीनों / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- पावस रितु बृन्दावनकी / बिहारी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- फूट गये हीरा की बिकानी कनी हाट हाट / गँग (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सोई सही राजा दान धारा न रुकति जाकी / हरिकेश (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हाव भाव विविध दिखावै भली भाँतिन सों / बेनी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चंद्रिका चकोर देखै निसि दिन करै लेखै / आलम (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सोलह कला सरिस पंच दस हैँ बरिस / आत्मा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- उझकि झरोखे झाँकि परम नरम प्यारी / गँग (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वहै मुसक्यानि, वहै मृदु बतरानि, वहै / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भए अति निठुर, मिटाय पहचानि डारी / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- पास बैठे हो / माखनलाल चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मन की साख / माखनलाल चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मंगलाचरण / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- न्हात जमुना मैं जलजात एक दैख्यौ जात / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आए भुजबंध दये ऊधव सखा कैं कंध / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- देखि दूरि ही तैं दौरि पौरि लगि भेंटि ल्याइ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- विरह-बिथा की कथा अकथ अथाह महा / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नंद और जसोमति के प्रेम पगे पालन की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चलत न चारयौ भाँति कोटिनि बिचारयौ तऊ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रूप-रस पीवत अघात ना हुते जो तब / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- गोकुल की गैल-गैल गोप ग्वालिन कौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मोर के पखौवनि को मुकुट छबीलौ छोरि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कहत गुपाल माल मंजुमनि पुंजनि की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- राधा मुख-मंजुल सुधाकर के ध्यान ही सौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सील सनी सुरुचि सु बात चलै पूरब की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रेम-भरी कातरता कान्ह की प्रगट होत / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हेत खेत माँहि खोदि खाईं सुद्ध स्वारथ की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- पाँचौ तत्व माहिं एक तत्व ही की सत्ता सत्य / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दिपत दिवाकर कौं दीपक दिखावै कहा / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हा! हा! इन्हैं रोकन कौं टोक न लगावौ तुम / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रेम-नेम निफल निवारि उर-अंतर तैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बात चलैं जिनकी उड़ात धीर धूरि भयौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऊधव कैं चलत गुपाल उर माहिं चल / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आइ ब्रज-पथ रथ ऊधौ कौं चढ़ाइ कान्ह / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हरैं-हरैं ज्ञान के गुमान घटि जानि लगे / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- धाईं धाम-धाम तैं अवाई सुनि ऊधव की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दुख-सुख ग्रीषम और सिसिर न ब्यापै जिन्हें / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भेजे मनभावन के उद्धव के आवन की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- देखि-देखि आतुरी बिकल-ब्रज-बारिन की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दीन दशा देखि ब्रज-बालनि की उद्धव कौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मोह-तम-राशि नासिबे कौं स-हुलास चले / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चाहत जौ स्वबस संयोग स्याम-सुन्दर कौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- पंच तत्त्व मैं जो सच्चिदानन्द की सत्ता सो तौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सोई कान्ह सोई तुम सोई सबही हैं लखौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सुनि सुनि ऊधव की अकथ कहानी कान / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रस के प्रयोगनि के सुखद सु जोगनि के / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऊधो कहौ सूधौ सौ सनेस पहिले तौ यह / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- षटरस-व्यंजन तौ रंजन सदा ही करें / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कान्ह-दूत कैंधौं ब्रह्म-दूत ह्वै पधारे आप / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चोप करि चंदन चढ़ायौ जिन अंगनि पै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वैस की निकाई, सोई रितु सुखदाई / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- घनआनँद जीवन मूल सुजान की / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सावन आवन हेरि सखी / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चिंता-मनि मंजुल पँवारि धूरि-धारनि मैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आए हो सिखावन कौं जोग मथुरा तैं तोपै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चुप रहौ ऊधौ पथ मथुरा कौ गहौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जग सपनौ सौ सब परत दिखाई तुम्हैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सरग न चाहें अपबरग न चाहैं सुनो / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जोग को रमावै और समाधि को जगावै इहाँ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऊधौ यह ज्ञान कौ बखान सब बाद हमैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वाही मुख मंजुल की चहतिं मरीचैं सदा / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऊधौ जम-जातना की बात न चलाबौ नैकु / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जोगिनि की भोगिनि की बिकल बियोगिनी की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कठिन करेजौ जो न करक्यौ बियोग होत / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नैननि के नीर और उसीर सौ पुलकावलि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जोहैं अभिराम स्याम चित की चमक ही मैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कीजै ज्ञान भानु कौ प्रकास गिरि-सृंगनि पै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नैननि के आगे नित नाचत गुपाल रहैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सुनीं गुनीं समझी तिहारी चतुराई जिती / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नेमु ब्रत संजम के आसन अखंड लाइ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- साधि लैहैं जोग के जटिल जे बिधान ऊधौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- साधिहैं समाधि औ’ अराधिहैं सबै जो कहो / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कान्ह हूँ सौं आन ही विधान करिबै कौं ब्रह्म / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ढोंग जात्यौ ढरकि परकि उर सोग जात्यौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- धरि राखौ ज्ञान-गुन गौरव गुमान गोइ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चाव सौं चले हौं जोग-चरचा चलाइबै कौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रथम भुराई चाह-नाय पै चढ़ाइ नीकै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रेम-पाल पलटि उलटि पतवारि-पति / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रथम भुराई प्रेम-पाठनि पढ़ाइ उन / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- एते दूरि देसनि सौं सखनि-सँदेसनि सौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- द्रौनाचल कौ ना यह छटकयौ कनुका जाहि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सुधि-बुधि जाति उड़ि जिनकी उसाँसनि सौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सुघर सलोने स्यामसुन्दर सुजान कान्ह / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कान्ह कूबरी के हिये हुलसे-सरोजनि तैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सीता असगुन कौं कटाई नाक एक बेरि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आए कंसराइ के पठाए वे प्रतच्छ तुम / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आए हौ पठाए वा छतीसे छलिया के इतै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कंस के कहे सौं जदुबंस कौ बताइ उन्हैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चाहत निकारत तिन्हैं जो उर अन्तर तैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ह्याँ तो ब्रजजीवन सौ जीवन हमारौ हाय / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बाढ़्यौ ब्रज पै जो ऋन मधुपुर-बासिनि कौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- पुरतीं न जोपै मोर चंद्रिका किरीट-काज / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हरि-तन-पानिप के भाजन दृगंचल तैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आतुर न होहु ऊधौ आवति दिबारी अवै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आवति दीवारी बिलखाइ ब्रज-वारी कहैं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- विकसित विपिन बसंतिकावली कौ रंग / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ठाम-ठाम जीवनबिहीन दीन दीसै सबे / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रहति सदाई हरियाई हिय-घायनि में / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जात घनश्याम के ललात दृग कंज-पाँति / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नंद जसुदा औ गाय गोप गोपिका की कछु / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हाल कहा बूझत बिहाल परी बाल सबै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- माने जब नैकु ना मनाएं मन-मोहन के / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रीते परे सकल निषंग कुसुमायुध के / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कांपि-कांपि उठत करेजौ कर चांपि-चांपि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऊधौ यहै सूधौ सौ संदेश कहि दीजौ एक / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- धाई जित-तित तैं विदाई-हेत ऊधव की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कोऊ जोरि हाथ कोइ नम्रता सौं नाइ माथ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दाबि-दाबि छाती पाती-लिखन लगायौं सबै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कोऊ चले कांपि संग कोऊ उर चांपि चले / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दीन्यौ प्रेम-नेम-गरुवाई-गुन ऊधव कौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- गोपी, ग्वाल, नंद, जसुदा सौं तौं विदा ह्वै उठे / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भूले जोग-छेम प्रेमनेमहिं निहारि ऊधौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ब्रज-रजरंजित सरीर सुभ ऊधव कौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रेम-मद-छाके पग परत कहाँ के कहौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आए दौरि पौरि लौं अबाई सुन ऊधव की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चल-चित-पारद की दंभ केंचुली कै दूरि / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आए लौटि लज्जित नवाए नैन ऊधौ अब / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आँसुनि कि धार और उभार कौं उसांसनि के / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रावरे पठाए जोग देन कौं सिधाए हुते / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सीत-घाम-भेद खेद-सहित लखाने सब / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ज्वालामुखी गिरि तैं गिरत द्रवे द्रव्य कैधौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- लैके पन सूछम अमोल जो पठायौ आप / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- संसार उस के साथ है जिस को समय की फ़िक्र है / नवीन सी. चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- गरमी की लू जमाती 'लप्पड़' करारा सा / नवीन सी. चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कुण्डलिया है जादुई छन्द श्रेष्ठ श्रीमान / नवीन सी. चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भद्रजनों की रीत नहीं ये संगाकारा / नवीन सी. चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तान दें पताका उच्च हिंद की जहान में / नवीन सी. चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बैरी संशय / नवीन सी. चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- छंदों में तो जैसे राजभोग है घनाक्षरी / नवीन सी. चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कर्म, धर्म, योग, यज्ञ, तीर्थ व्रत दान पुन्य / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रेम की मूरत, प्रेम की सूरत, प्रेम ही ईश्वर, लक्ष्य हमारो / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऐ! ज्ञान के दिवाने उधो कछु नहीं जाने प्रेम / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चमकत है बिजरी गरजत घन श्याम श्याम / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्यारे परवीन सों प्यारी / कमलानंद सिंह 'साहित्य सरोज' (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भरमत भूत संग / कमलानंद सिंह 'साहित्य सरोज' (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वसंत के पद / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- होली के छंद /शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- शिव / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कर्म / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आर्तनाद / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- शिवाष्टक / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आत्म विश्वास (१) / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आत्म विश्वास (२) / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मन अब तो जाग / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ज्यौंही कछु कहन संदेश लग्यौ त्यौंही लख्यौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जैहै व्यथा विषम बिलाइ तुम्हें देखत ही / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- छावते कुटीर कहूँ रम्य जमुना कै तीर / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भाठी कै बियोग जोग-जटिल लुकाठी लाइ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- राति-द्यौस कटक सजे / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मेरो जीव जो मारतु मोहिं तौ / घनानंद (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ब्रज की रज शीश चढ़ाया करूँ / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ब्रज की रज शीश चढ़ाया करूं / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- झूठो संसार सार यामे कछु है ही नाहीं / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- शिव महिमा / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- होली बृज में / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- राधिका रीस भरी / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- न भूल सके इतने / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वसंत रंग छायो है / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- यमुना जल भरन गई / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आई शुभ वसंत / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हम ही थे नादान, क्या बतलाएँ आप को / नवीन सी. चतुर्वेदी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- गुरु चरणों में / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मोही तो भरोसो है / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सतसंग बिना ना रंग चढ़े / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- गुरु गोविन्द के सम कौन है दाता / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दारिद्र को जारन को नहीं आयो / शिवदीन राम जोशी (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अइसहीं बितइहों कि चितइहों चित लाई के / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- राग कीन्हीं रंग कीन्हीं ओ कुसंग कीन्हों / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- धन का घमंड प्यारे मन से तू दूर कर / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- टिकुलिया तरके बिंदिया हजार जीउआ मारे राम / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चार दिन की जिन्दगी में चेत लो सचेत होय / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मुट्ठी बाँध आए कुछ नेकी ना कमाए / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- करके दगाबाजी पाजी अब तो अमीर बन के / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऐ रे दगाबाज छटा देखु रघुनंदन को / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- धोबी से धोबी नहीं लेत हैं धुलाई नाथ / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कागको कपूर अवरो मर्कट को भूषण जइसे / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मारा मारा कहि के / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ऊँख में मधुराई जइसे सेंधे में है नमकापन / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- राम जी के विमुखी को सुखी कवन देखा कहीं / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ब्राह्मण तो पोथी लिए भागे जात खिड़की राह / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भागे नेवतहरी वस्त्र छोड़ि-छोड़ि द्वारन पे / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कमहीं के बस में नीम रिसी गृहस्थी लिए / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- पपीहा रे पीऊ की बोली ना सुनाव / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कींधौ वह देस में सनेस ही मिलत नाहीं / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चपला सी चमक चारू सुन्दर सोहावन स्याम / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चम्पा की चमक चारू केतकी कमाल करे / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मोरा राम दुनू भइया से बनवाँ गइले ना / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- लटपटात गिरत जात धाय-धाय शिथिल गात / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- साँझ ओ विहान हम तो स्याम मुख हेरत हैं / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- खिरनी खैर गौर से देखो जामुन की सुम्मार नहीं / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हरित नव पल्लव द्रुम डोलत है बार-बार / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- राजा के कुमार सभ तो निपट सुकुमार दोऊ / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- धानी आसमानी खाकसाही ओ जंगली स्वेत / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चन्द्रमा बेचारे लज्जित होते बाटिका देख / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ले लो प्यारे फूल हमारे जरा लिहाज नहीं कीजै / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ठाढे़ पिक बयनी मृग नयनी लिये सुमन माल / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सुन्दर सोहावन वस्तु जितने हैं जनकपुर के चौहट बाजार प्यारे तुम को दिखलाऊँ मैं / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बैठी विधुबदनी कृशोदरी दरी के बीच चोटिन को खींच-खींच तिरछी निहारती / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- होरी-होरी कहत दिन थोरी सी बची आली लिए पुष्प डाली चलो सरयू किनार पे / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रेम की नाँव कुदाँव फँसी मन मोर मल्लाह सलाह कहाँ है / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रीत से रहोगे कान्ह प्राण हूँ के मेरे प्राण / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- छोड़ दो हमारी बाट रोको ना जमूना घाट / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नैन मतवारी सुनो गोप के कुमारी / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अटपट करोगे कान्ह मुरली छिनवाय लूँगी / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सुरमा सजीलें आँख दाँतन में मिस्सी भरे / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तोतई बादामी लाल सबुजी सुरंग रंग / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चन्द्रिका मय मकुट मुकुटमय चन्द्रिका / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अनका पति के देखि चार गाल बात करे / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आपना पति के देखि रोई-रोई बात-करे / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कलही कुचालीन करकसा ओ फूहरी के / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सास के विलोके सिंहिनी सी जमुहाई लेत / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- किंकिनी के शब्द मुझे घायल सी करत आज नुपूर आवाज मेरो बरबस मन लेता है / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भई है निहाल नृपलाला को देखि सीया एक टक लाई रही प्रेम रस भीना है / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- फूलि रह चम्पा द्रुम कुसुम कमाल करे, फूलत रसाल नन्द लाल नहिं आवे री / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- चातक चकोर मोर शोर करि बोले हाय घटा भी घमंड घेरी घेरी बर्षतु है / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तड़ तड़ तड़ तड़ात धड़ धड़ धड़ धड़ात घिरी गरज गरज जात तड़पत है तड़ाक दें / महेन्द्र मिश्र (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कृष्ण का अलौकिकत्व / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अनन्य भाव / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रूप-माधुरी / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- प्रेम लीला / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मुस्कान माधुरी / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नटखट कृष्ण / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मुरली प्रभाव / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कालिय दमन / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नेत्रोपालंभ / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- रास लीला / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- फाग-लीला / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- राधा का सौंदर्य / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मानवती राधा / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सखी शिक्षा / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- वियोग-वर्णन / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सपत्नी-भाव / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ब्रज-प्रेम / सुजान-रसखान (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कविजी / कैलाश झा ‘किंकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- गुरुजी / कैलाश झा ‘किंकर’ (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दुधिया कमल पर, दुधिया वसन पिन्ही / अनिल शंकर झा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)