भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

श्रेणी:रुबाई

Kavita Kosh से
Shrddha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:30, 19 अक्टूबर 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: <poem> रुबाई में चार पंक्तियाँ होती हैं, जिनकी प्रथम दो पंक्तियों और …)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रुबाई में चार पंक्तियाँ होती हैं, जिनकी प्रथम दो पंक्तियों और चौथी पंक्ति के तुकांत मिलने चाहिए ।
यदि तीसरी पंक्ति का भी तुकांत मिलता है तो कोई त्रुटि नहीं मानी जाती है ।
रुबाई के लिए चौबीस बहर ( वज़्न ) निश्चित किये गए हैं ।

उदाहरण के लिए :-

औरों के लिए जो दिल सदा लेते हैं
इंसान फूलों को सर चढ़ा लेते हैं
और जो झुके रहते हैं बाईज़्ज़ों नियाज़
मर्दम उन्हें आँखों पै बिठा लेते हैं

"रुबाई" श्रेणी में पृष्ठ

इस श्रेणी में निम्नलिखित 200 पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ 218

(पिछले 200) (अगले 200)

'

ब आगे.

(पिछले 200) (अगले 200)