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कैलाश झा 'किंकर' की ग़ज़लें / कैलाश झा ‘किंकर’
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कैलाश झा 'किंकर' की ग़ज़लें

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| रचनाकार | कैलाश झा ‘किंकर’ | 
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इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- दिन ढले घर लौटते सारे परिन्दे हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - ज़िन्दगी भर साथ जिनका एक रस्ता है / कैलाश झा 'किंकर'
 - अन्धकार में, दीप जले तो, रौशन हो / कैलाश झा 'किंकर'
 - आ रहा हूँ पास तेरे दिल मचलता है / कैलाश झा 'किंकर'
 - दोष इसमें नहीं किसी का है / कैलाश झा 'किंकर'
 - रब सबको अवसर दें / कैलाश झा 'किंकर'
 - सागर से भी गहरा है / कैलाश झा 'किंकर'
 - हुआ क्या मुझे कुछ पता ही नहीं / कैलाश झा 'किंकर'
 - हुई अब रात आ जाओ / कैलाश झा 'किंकर'
 - मुझे अपना जो कह देना / कैलाश झा 'किंकर'
 - छुपे सारे सितारे क्यों / कैलाश झा 'किंकर'
 - मिटी दूरी दिलों की अब / कैलाश झा 'किंकर'
 - मुहब्बत से ज़रा हँस दो / कैलाश झा 'किंकर'
 - अभाव में भी सदा मैंने मुस्कुराया है / कैलाश झा 'किंकर'
 - गया वह दूर नज़र से मगर जुड़ा तो रहा / कैलाश झा 'किंकर'
 - बदजुबानी आपकी तो देखकर हैरान हैं सब / कैलाश झा 'किंकर'
 - जग से जो नहीं हारा संतान से हारा है / कैलाश झा ‘किंकर’
 - जैसा मेरा सपना था / कैलाश झा ‘किंकर’
 - न टूटे भरम ज़िन्दगी भर सुहाना / कैलाश झा ‘किंकर’
 - सुना है वह दिल का बड़ा मोतबर है / कैलाश झा ‘किंकर’
 - खामोश ज़ुबां हमदम कैसे / कैलाश झा ‘किंकर’
 - ग़म में जो सदा बे-ग़म कैसे / कैलाश झा ‘किंकर’
 - जीऊँगा बिना हमदम कैसे / कैलाश झा ‘किंकर’
 - रुके पाँव मेरे ज़रा चलते-चलते / कैलाश झा ‘किंकर’
 - भेंट होना भी है मुश्किल चाँद-तारों से / कैलाश झा ‘किंकर’
 - आ रहा है आज तुम पर प्यार अच्छा है / कैलाश झा ‘किंकर’
 - हजार बार मनाही हुई कि मत जाओ / कैलाश झा ‘किंकर’
 - यहाँ था मेरा जो झोला नज़र नहीं आता / कैलाश झा ‘किंकर’
 - कोई दुनिया में है आप जैसा नहीं / कैलाश झा ‘किंकर’
 - कौन किसके काम आए क्या पता है / कैलाश झा ‘किंकर’
 - झूठ से भी दिल बहल जाता है हज़रत / कैलाश झा ‘किंकर’
 - पढ़ रहे हम आपकी आँखों की भाषा / कैलाश झा ‘किंकर’
 - चलो यार अब घर / कैलाश झा ‘किंकर’
 - मुझे भी सुनाना / कैलाश झा ‘किंकर’
 - बहुत हो गया अब / कैलाश झा ‘किंकर’
 - दुश्मनी से क्या मिलेगा दोस्ती कर ले / कैलाश झा ‘किंकर’
 - हुई है देर बहुत आपको भी आने में / कैलाश झा ‘किंकर’
 - दिल हमेशा आपको ही याद करता है / कैलाश झा ‘किंकर’
 - दाग़ दिखलाते चलें हम कब तलक संसार को / कैलाश झा ‘किंकर’
 - जिसने जीवन में कभी भी हाथ फैलाया नहीं / कैलाश झा ‘किंकर’
 - हम तुम्हारे तुम हमारे इसमें है शंका नहीं / कैलाश झा ‘किंकर’
 - राज़ को तो राज़ रहने दीजिए / कैलाश झा ‘किंकर’
 - राह का अब हो चुका पत्थर हूँ मैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - कहते थे आदमी को सताया न जाएगा / कैलाश झा 'किंकर'
 - बे-तरह जागती हैं ग़र आँखें / कैलाश झा 'किंकर'
 - आए थे ख़ुद वह हम तो बुलाने नहीं गये / कैलाश झा 'किंकर'
 - अगर तुम साथ हो / कैलाश झा 'किंकर'
 - राज़ दिल का नहीं बता देना / कैलाश झा 'किंकर'
 - इस तरह कोई किसी से बात करता है / कैलाश झा 'किंकर'
 - मेरी आपसे ग़र सगायी न होती / कैलाश झा 'किंकर'
 - चली जाने कैसी हवा आजकल है / कैलाश झा 'किंकर'
 - फुटा-फुटा के किया राज साथ भी न मिला / कैलाश झा 'किंकर'
 - खूब मुझको अब बजाओ झुनझुना है ज़िन्दगी / कैलाश झा 'किंकर'
 - खुशी झूमती आशियाँ तक न आयी / कैलाश झा 'किंकर'
 - तेरे बगैर जीने की चाहत कभी न की / कैलाश झा 'किंकर'
 - पाँव तक हाथ जब पहुँचता है / कैलाश झा 'किंकर'
 - मायूस ज़िन्दगी का ठिकाना नहीं रहा / कैलाश झा 'किंकर'
 - आज फिर आपने घर बुलाया हमें / कैलाश झा 'किंकर'
 - जो भी गलती है मेरी बता दे मुझे / कैलाश झा 'किंकर'
 - वो आसमान के तारे कहीं हुए गुम हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - हर तीरगी में घुस के चिरागाँ करेंगे हम / कैलाश झा 'किंकर'
 - सम्मान-मान बेटी, है आन-बान बेटी / कैलाश झा 'किंकर'
 - आपसे मिलने की इच्छा बलवती हुई / कैलाश झा 'किंकर'
 - गुस्ताख़ दिल को यार मनाता कहाँ हूँ मैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - पत्थर पर आज दूब ज़माने चला हूँ मैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - खूब मुझको तुम बजाओ झुनझुना है ज़िन्दगी / कैलाश झा 'किंकर'
 - हर वक़्त आपके लिए चिन्तित समाज है / कैलाश झा 'किंकर'
 - बताओ तुम्हीं अब किधर जाऊँ मैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - जनम दिया जो उसे तुम रुला रहे हो क्यों / कैलाश झा 'किंकर'
 - हर हमेशा याद आती आपकी / कैलाश झा 'किंकर'
 - हमारे घर आए हैं आप / कैलाश झा 'किंकर'
 - शुरू जीत का सिलसिला ज़िन्दगी / कैलाश झा 'किंकर'
 - ख़्वाब बनके ख़्वाब रह गये / कैलाश झा 'किंकर'
 - देखिए नाज़ से / कैलाश झा 'किंकर'
 - क्या समाचार है / कैलाश झा 'किंकर'
 - ज़ख़्म करके हरा / कैलाश झा 'किंकर'
 - यह महाजाल है / कैलाश झा 'किंकर'
 - आपसे प्यार है / कैलाश झा 'किंकर'
 - फुरसत में इठलाती / कैलाश झा 'किंकर'
 - हम सुनेंगे यह कहानी फिर कभी / कैलाश झा 'किंकर'
 - बात तो होती रही है दुश्मनों से भी हमारी / कैलाश झा 'किंकर'
 - जीऊँगा बिना हमदम कैसे / कैलाश झा 'किंकर'
 - चलो यार अब घर / कैलाश झा 'किंकर'
 - मुझे भी सुनाना / कैलाश झा 'किंकर'
 - बहुत हो गया अब / कैलाश झा 'किंकर'
 - दुश्मनी से क्या मिलेगा दोस्ती कर ले / कैलाश झा 'किंकर'
 - राज़ को तो राज़ रहने दीजिए / कैलाश झा 'किंकर'
 - जाओ यहाँ से तुम अभी नाराज़ हूँ बहुत / कैलाश झा 'किंकर'
 - यहाँ लगता जैसे हुआ कुछ नहीं है / कैलाश झा 'किंकर'
 - ख़त तो मेरा पहुँच गया होगा / कैलाश झा 'किंकर'
 - यकीं हो गया अब / कैलाश झा 'किंकर'
 - खेती किसान की तो यहाँ अब जुआ लगे / कैलाश झा 'किंकर'
 - घर तो अच्छा है मगर दोस्त ज़मीं कुछ कम है / कैलाश झा 'किंकर'
 - रोशनी के लिए दिया बनता / कैलाश झा 'किंकर'
 - होश खोने का वक़्त आया है / कैलाश झा 'किंकर'
 - आपको भी न देरी लगे / कैलाश झा 'किंकर'
 - इक नज़र आपकी चाहते हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - ख़्वाब मेरा अभी कुमारा है / कैलाश झा 'किंकर'
 - ये रोशनी तो यहाँ जुगनुओं से आती है / कैलाश झा 'किंकर'
 - हम निकल जाएँ तो वे दुबक जाएँगे / कैलाश झा 'किंकर'
 - छा रही है जो गुलाबी खुशबू / कैलाश झा 'किंकर'
 - उसको अपना बना लिया मैंने / कैलाश झा 'किंकर'
 - हड़प जिसने ज़मीनें ली, सगा है / कैलाश झा 'किंकर'
 - मुस्कुराएगी ज़िन्दगानी भी / कैलाश झा 'किंकर'
 - फ़ासले मिटते गये नजदीकियाँ अब / कैलाश झा 'किंकर'
 - दिन ढले खुशियाँ उतरतीं आसमां से / कैलाश झा 'किंकर'
 - ज़िन्दगी को और खिलने दें ज़रा-सा / कैलाश झा 'किंकर'
 - मुझे भी आपने समझा नहीं है / कैलाश झा 'किंकर'
 - रात की सिसकियों से आहत हूँ / कैलाश झा 'किंकर'
 - नाम मेरा मिटा दिया उसने / कैलाश झा 'किंकर'
 - विचार से दरिद्र हो तनी हुई है ज़िन्दगी / कैलाश झा 'किंकर'
 - पाँव जब राह पर बढ़ाते हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - दिन ढले याद तुम्हारी ही चली आती है / कैलाश झा 'किंकर'
 - आपका लाजवाब है जीवन / कैलाश झा 'किंकर'
 - बज़्म में गीत गाते चलो / कैलाश झा 'किंकर'
 
- आज तेरा वह शहर याद आया / कैलाश झा 'किंकर'
 - शराफतों का नया ज़माना / कैलाश झा 'किंकर'
 - अगर मुहब्बत छुपी नज़र में / कैलाश झा 'किंकर'
 - भले की ख़ातिर भली है दुनिया / कैलाश झा 'किंकर'
 - उतार चश्मा निहार दुनिया / कैलाश झा 'किंकर'
 - ज़िन्दगी का गीत गाना पड़ गया / कैलाश झा 'किंकर'
 - बोझ सिर से हटा गया कोई / कैलाश झा 'किंकर'
 - नज़र न आतीं ख़ुशी की फसलें / कैलाश झा 'किंकर'
 - सफ़र सुहाना बना रहेगा / कैलाश झा 'किंकर'
 - न फूल केवल ये ख़ार देखो / कैलाश झा 'किंकर'
 - सफल हुआ जो वही सिकंदर / कैलाश झा 'किंकर'
 - हुआ जो हासिल बहुत ही कम है / कैलाश झा 'किंकर'
 - अभी रूठी हुई लगती है सचमुच रागिनी अपनी / कैकैलाश झा 'किंकर'
 - ज़ईफ़ सचमुच डरे हुए हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - बेटा-बहू का ख़ूब सहारा है इन दिनों / कैलाश झा 'किंकर'
 - हर तीरगी में घुस के चिरागाँ करेंगे हम। / कैलाश झा 'किंकर'
 - उन्हें कभी है अदा न करना / कैलाश झा 'किंकर'
 - बहार आई-गई हुई है / कैलाश झा 'किंकर'
 - जब मिलूँगा आपसे तब शायरी हो जाएगी / कैलाश झा 'किंकर'
 - मुझ फकीरों के लिए घर न कहीं होता है / कैलाश झा 'किंकर'
 - बात होती है फुसफुसा कर के / कैलाश झा 'किंकर'
 - प्यार झूठा ही सही दिल से निभाते रहिये / कैलाश झा 'किंकर'
 - रुके बिन मुसाफिर जो चलते रहे / कैलाश झा 'किंकर'
 - रोज कहता हूँ कहा करता हूँ /कैलाश झा 'किंकर'
 - खुशी मेरे भी घर आई / कैलाश झा 'किंकर'
 - नहीं उनसे कभी कुछ माँगता हूँ / कैलाश झा 'किंकर'
 - दोस्त मुफ़लिस को बना कर देखो / कैलाश झा 'किंकर'
 - बड़े सपने मुसलसल हो गये हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - सीखने की उम्र, उम्र-भर / कैलाश झा 'किंकर'
 - ग़ज़ल की बात बताने कोई नहीं आया / कैलाश झा 'किंकर'
 - इस दौर में कहीं वह निगाहें नहीं रहीं / कैलाश झा 'किंकर'
 - हाथ उसके दियासलाई है / कैलाश झा 'किंकर'
 - उन पर मेरा यक़ीन हो जाए / कैलाश झा 'किंकर'
 - जिस किसी से मुहब्बत न कर / कैलाश झा 'किंकर'
 - राज़ दिल का कहीं वह जान न ले / कैलाश झा 'किंकर'
 - बड़ी खूबसूरत कला ज़िन्दगी है / कैलाश झा 'किंकर'
 - कौन कहता अदावत करो / कैलाश झा 'किंकर'
 - ज़िन्दगी भर मुझे काम ही काम हो / कैलाश झा 'किंकर'
 - रंग लेकर आ गये हैं द्वार तक साथी / कैलाश झा 'किंकर'
 - मिल गयी आज किसी से जो नज़र चुपके से / कैलाश झा 'किंकर'
 - अभी नहीं तो कभी न होगा / कैलाश झा 'किंकर'
 - जो भी रचना हुई निदान के साथ / कैलाश झा 'किंकर'
 - मिले ग़र न दिल तो करूँ दोस्ती क्या / कैलाश झा 'किंकर'
 - घुटने न टेक देना तू पत्थर के सामने / कैलाश झा 'किंकर'
 - कुछ अलग ही यहाँ मेरी पहचान है / कैलाश झा 'किंकर'
 - मैं भी आख़िर एक हूँ हिस्सा वतन का / कैलाश झा 'किंकर'
 - परवरिश में ही कोई कमी रह गयी / कैलाश झा 'किंकर'
 - इस दौर में कहीं वह निगाहें नहीं रहीं / कैलाश झा 'किंकर'
 - हमको वह बहला रहे हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - भारती के लाल हैं हम / कैलाश झा 'किंकर'
 - ज़िन्दगी में रंग भर कर / कैलाश झा 'किंकर'
 - ग़मों को दूर भगाओ, बड़ी उदास है ये रात / कैलाश झा 'किंकर'
 - कर्तव्यों पर अधिकार टिका / कैलाश झा 'किंकर'
 - क्या हो गया है आजकल की पीढ़ियों को रब / कैलाश झा 'किंकर'
 - आपने मुझको अभी जाना नहीं / कैलाश झा 'किंकर'
 - शायरों की ज़िन्दगी की शायरी / कैलाश झा 'किंकर'
 - तुम मुझे रात-दिन अब सताने लगे / कैलाश झा 'किंकर'
 - नाम तेरा ज़बान पर आया / कैलाश झा 'किंकर'
 - लहराती हसीं जुल्फ़ें काजल की धार से / कैलाश झा 'किंकर'
 - बातें न करो हँसकर हम अर्थ लगा लेंगे / कैलाश झा 'किंकर'
 - उतर आएगी उनकी आँख में तश्वीर अब मेरी / कैलाश झा 'किंकर'
 - सबसे ऊपर होता प्यार / कैलाश झा 'किंकर'
 - देखकर बदलाव खुश हूँ / कैलाश झा 'किंकर'
 - कर रहे शिकवे-गिले हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - मैं किसी का भी दुश्मन नहीं हूँ, / कैलाश झा 'किंकर'
 - सावधानी क्या रखेंगे / कैलाश झा 'किंकर'
 - बेवफा से प्यार कैसा / कैलाश झा 'किंकर'
 - शायरों का है ये मेला / कैलाश झा 'किंकर'
 - सत्य से अनजान हैं हम / कैलाश झा 'किंकर'
 - क्यों किसी की आह लूँगा / कैलाश झा 'किंकर'
 - आज फिर वह आ रहे हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - आप में खूबसूरत हुनर है / कैलाश झा 'किंकर'
 - दूरियाँ को मिटाने चलें तो चलें / कैलाश झा 'किंकर'
 - रास्ता हूँ राहगीरों के लिए / कैलाश झा 'किंकर'
 - गीत गाते सभी कुमारे थे / कैलाश झा 'किंकर'
 - शाम ढलते ही कामगारों में / कैलाश झा 'किंकर'
 - आपकी याद ख़ूब आती है / कैलाश झा 'किंकर'
 - जिसको चाहे उछाल देता है / कैलाश झा 'किंकर'
 - साहिल नहीं किनारा / कैलाश झा 'किंकर'
 - घड़ी-घड़ी तो ग़ज़ल की ही याद आती है / कैलाश झा 'किंकर'
 - सबसे बड़ी सफलता सबसे बड़ी कमाई / कैलाश झा 'किंकर'
 - विशेष दिन है चलें हम विशेष बात करें / कैलाश झा 'किंकर'
 - है किसी से मुझको गिला नहीं / कैलाश झा 'किंकर'
 - अच्छाइयाँ बची ही रहेंगी ज़हान में / कैलाश झा 'किंकर'
 - गुस्ताख़ दिल किसी न किसी को सताएगा / कैलाश झा 'किंकर'
 - इस पार मुनासिब है उस पार मुनासिब है / कैलाश झा 'किंकर'
 - नये थे जो पुराने हो गये हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - न रहे ये बाँस न बाँसुरी / कैलाश झा 'किंकर'
 - न ये जीत है न ये हार है / कैलाश झा 'किंकर'
 - ग़ज़ल मेरी तो मेरा आइना है / कैलाश झा 'किंकर'
 - किसी की दोस्ती अच्छी किसी की दुश्मनी अच्छी / कैलाश झा 'किंकर'
 - वफादारी हमारे वास्ते बिल्कुल ज़रूरी है / कैलाश झा 'किंकर'
 - कितनी ख़ुशी की बात है शादी-विवाह है / कैलाश झा 'किंकर'
 - किसी भी डाल पर चिड़िया न बैठ पाती है / कैलाश झा 'किंकर'
 - मुहब्बत की बातें मयस्सर नहीं / कैलाश झा 'किंकर'
 - तू मेरा जीवन साथी / कैलाश झा 'किंकर'
 - इतनी खामोशियाँ नहीं अच्छी / कैलाश झा 'किंकर'
 - जब से देखा तुझे चैन ही खो गया / कैलाश झा 'किंकर'
 - झोपड़ी के वह लाल हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - हाँ यही इस बार होगा / कैलाश झा 'किंकर'
 - चेहरे चेहरे मास्क लगाकर बैठे हैं / कैलाश झा 'किंकर'
 - जब से आई है बीमारी गाँवों में / कैलाश झा 'किंकर'
 - घर-आँगन संसार हुआ है भैया जी / कैलाश झा 'किंकर'
 
	
	